माते गायत्री....
माते गायत्री, सिंहारूढ भगवती-महिषासुरमर्दिनी, क्षमस्व चण्डिके|
जय दुर्गे, अखिल विश्व की जननी मॉं उदे, उदे, उदे, उदे, उदे ॥
द्वितीया, कनकांगी महालक्ष्मी - सर्वविघ्ननाशिनी, रक्ष चण्डिके|
जय दुर्गे, अखिल विश्व की जननी मॉं उदे, उदे, उदे, उदे, उदे॥
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Aniruddha Kaladalan Group Project (Navaratri Utsav)
Group Members
Nikhilsinh Prabhawalkar
Sandeshsinh Shingre
Nageshsinh Shikre
Truptiveea Sonde
Pranilsinh Takale
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