माते गायत्री....
माते गायत्री, सिंहारूढ भगवती-महिषासुरमर्दिनी, क्षमस्व चण्डिके|
जय दुर्गे, अखिल विश्व की जननी मॉं उदे, उदे, उदे, उदे, उदे ॥
षष्ठीते, श्रीरामवरदायिनी - अशुभनाशिनी, रक्ष चण्डिके|
जय दुर्गे, अखिल विश्व की जननी मॉं उदे, उदे, उदे, उदे, उदे॥
*********
Aniruddha Kaladalan Group Project (Navaratri Utsav)
Group Members
Nikhilsinh Prabhawalkar
Sandeshsinh Shingre
Nageshsinh Shikre
Truptiveea Sonde
Pranilsinh Takale
Comments
Post a Comment
Ambadnya for your precious feedback