Poem : Mera khuda (by Sonaliveera Bellubi)



मेरा खुदा बापू
क्या पाया मैंने, अगर तुझे ना पा सकू,
क्या खोया मैंने, तुझे पाके बापू,
     अगर तू मेरा है, बापू।
जिंदगी है नाव समुन्दर की,
तुफान आते ही तुझे याद करती हुँ,
ख़ुशी में भूल गयी मैं तुझे तो,
क्या पाया मैंने तुझे पाके बापू,
     अगर तू मेरा है, बापू।
राह चलते इंसान को गर ना मिले, सुख की छाया,
समुन्दर में नाव को, तुफ़ानों ने फसाया,
बस! तुझे याद करना एक बार बापू,
सबकुछ पाया है, मैंने तुझे पाके बापू,
     बस! तू मेरा है, बापू,
     मेरा खुदा बापू।

- सौ. सोनालीविरा राहुल बेल्लूब्बी 

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